बाल साहित्य

बाल कविता

सफर हो सुहाना

रेल आयी,रेल आयीछुक छुक,छुक छुक रेल आयीअंश,लीची,रिया,प्राची आओ आओ,जल्दी जल्दीदेखो लाल बत्ती जली हैं रेलगाड़ी स्टेशन पर रुकी हैंना करो तुम धक्कम धक्कीझटपट

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बाल कविता

पापड़ 

मुझे भाता तीखा पापड़ कुरकुरा,स्वादिष्ट पापड़दाल चावल संग हो अचार साथ हो पापड़ लज्जतदार कभी चूर चूर कर डालूं घी कभी प्याज,टमाटर,धनिया  खट्टी मीठी चटनी हो संग चाट

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