भारतीय नववर्ष
बदलेगा नव वर्ष नया संवत आयेगा, कुदरत में भी रंग नया दिख जायेगा। चहकें चिड़िया और परिन्दे नीलगगन, कली- कली
Read Moreबदलेगा नव वर्ष नया संवत आयेगा, कुदरत में भी रंग नया दिख जायेगा। चहकें चिड़िया और परिन्दे नीलगगन, कली- कली
Read Moreआ कर हमारे ख़्वाबों में – हमारी बे ख़ुदी को बढ़ा दियाताबीर से हमारे ही ख़्वाबों की – हमारी उमीदों
Read Moreहम सब जानते और मानते भी हैंकि जिंदगी है तो कट ही जाएगीअमीरी या गरीबी के बीच सुख या दुःख
Read Moreकब तक कन्या भ्रूण हत्या का पाप करते रहोगेकब तक कन्या विहीन समाज की कोशिशें करते रहोगेकब तक सृष्टि चक्र
Read Moreभारतीय संस्कृति मेंनारी को देवी, लक्ष्मी माना जाता है,यह और बात है कि इस मान्यता कोसिर्फ अपवादों के धरातल पर
Read Moreमानाकि हम दुनिया में जीने आए हैं, जिंदगी का हर रस पीने आए हैं, पर हम भूल क्यों जाते हैं,
Read Moreरंग प्रीत की सज गई आज। है खुशियों की होली।। उड़े गगन में तितली जैसे, मंजुल दिखे नजारे। रंग देख
Read Moreतन रॅंगा बहुतों ने मन जो रॅंगे तब हो सच्ची होली। बेशक ! कपड़े- लत्ते न भींगे जब मन भींगे
Read Moreसरस्वती की वीना से निकली झंकार बार बार कहती है सुन सुन सुन सुन पानी का बुलबुला है यह जीवन
Read Moreज़िन्दगी चौराहे पर है खड़ी, मन में बातें चली है बड़ी बड़ी,
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