आर्यसमाज की स्थापना एवं वेद प्रचार एक दैवीय एवं पुण्य कार्य
ओ३म् हम ऋषि दयानन्द सरस्वती द्वारा चैत्र शुक्ल पंचमी संवत् 1932 को आर्यसमाज की स्थापना के कार्य को एक दैवीय
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Read Moreओ३म् मनुष्य का आत्मा चेतन तथा शरीर जड़ पदार्थों से बना हुआ होने से शरीर की सत्ता जड़ है। चेतन
Read Moreबात नव वर्ष विक्रम सम्बत 2075 जो 18 मार्च’18 को प्रारम्भ होता है। आखिर क्या सन्देश अन्तर्निहित है इस नववर्ष
Read Moreओ३म् हमारा आज का संसार 1.96 अरब वर्ष पूर्व तब अस्तित्व में आया था जब सृष्टिकर्ता परमात्मा ने इस सृष्टि
Read Moreओ३म् चैत्र शुक्ल प्रतिपदा अर्थात् 18 मार्च, सन् 2018 से नव सृष्टिसंवत एवं विक्रमी संवत्सर का आरम्भ हो रहा है।
Read Moreकिसी देश को विश्व परिदृश्य पर श्रेष्ठ उसे उसकी संस्कृति औऱ सभ्यता बनाती है। ऐसे में अगर हम विश्व का
Read Moreओ३म् सबसे बड़े व गुण, कर्म, स्वभाव आदि में सबसे श्रेष्ठ को ‘‘महान्” कहते हैं। ऐसी सत्ता यदि कोई है
Read Moreहम इस संसार में रह रहे हैं जो हमें अपने जन्म से पूर्व से बना बनाया प्राप्त हुआ है। हमें
Read Moreओ३म् इस संसार में तीन शाश्वत सत्तायें हैं जिनके नाम हैं ईश्वर, जीव व प्रकृति। ईश्वर एक सच्चिदानन्दस्वरूप, सर्वव्यापक, सर्वज्ञ,
Read Moreओ३म् मनुष्य का परिचय क्या है? हम मनुष्य हैं और अपने जीवनकाल में अनेक स्थानों पर हमें अपना परिचय देना
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