महर्षि दयानन्द के सितम्बर 1876 में लखनऊ प्रवास में रईस ब्रजलाल के 26 प्रश्न व ऋषि द्वारा उनके दिये लिखित सटीक उत्तर
ओ३म् रामलीला देखने में हजार हत्याओं के समान दोष हैः ऋषि दयानन्द ऋषि दयानन्द ने दक्षिण भारत में आर्यसमाज
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Read Moreओ३म् संसार में सृष्टि के आदि काल से जो मनुष्य उत्पन्न हुए हैं उनकी गणना करना सम्भव नहीं है। कारण
Read Moreओ३म् वैदिक सनातन घर्म में पंच महायज्ञों को नित्य प्रति दो समय प्रातः व सायं करने का विधान है। इन
Read Moreओ३म् पुरोहित उस व्यक्ति को कहते हैं जो देश व समाज के प्रत्येक व्यक्ति के हित की भावना से कार्य
Read Moreअल्लाह ( अलइलअह ), यदि हम इसका विश्लेषण करें तो पाएगें कि अ- आब यानी पानी, ल- लब यानी भूमि,
Read Moreओ३म् ईश्वर संसार का रचयिता, पालक एवं प्रलयकर्ता है। वह सच्चिदानन्दस्वरूप, निराकार, सर्वशक्तिमान, न्यायकारी, दयालु, अजन्मा, अनन्त, निर्विकार, अनादि, अनुपम,
Read Moreओ३म् आर्य समाज वेदप्रचार का आन्दोलन है जो संसार में भूत और भविष्य के सभी आन्दोलनों से सर्वश्रेष्ठ एवं महान
Read More“निरोग जीवन” एक ऐसी विभूति है जो हर किसी को अभीष्ट है .कौन नहीं चाहता कि उसे चिकित्सालयों-चिकित्सकों का दरवाजा
Read Moreओ३म् चैत्र शुक्ल नवमी आर्यों व हिन्दुओं का ही नहीं अपितु संसारस्थ सभी विवेकशील लोगों के लिए आदर्श मर्यादा पुरुषोत्तम
Read Moreप्रशांत भूषण ने उत्तर प्रदेश में योगी सरकार द्वारा चलाये जा रहे रोमियो अभियान के विरोध में श्री कृष्ण जी
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