दया धर्म का मूल है
दया धर्म का मूल कहने का अभिप्राय भगवान ने करुणा व दया की भावना मनुष्य को इसलिए दी है ताकि
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Read Moreकरवा चौथ का पर्व आते ही मुझे अपने बचपन के दिनों की याद आ जाती है, जब घर के आंगन
Read Moreकन्नड़ राज्योत्सव बड़ी धूम धाम से मनाया जाता हैं यह 1 नवंबर 1956 का दिन था जब दक्षिण पश्चिमी भारत
Read Moreयह सर्वविदित है कि भारत त्योहारों का देश है | भारत भूमि पर 36 करोड़ देवी देवता निवास करते हैं
Read Moreवाल्मीकि रामायण में अहिल्या का वन में गौतम ऋषि के साथ तप करने का वर्णन है | वाल्मीकि जी ने
Read Moreशोध करने पर ज्ञात होता है कि विजयदशमी का रावण वध और राम की विजय के साथ कोई सम्बन्ध नहीं
Read Moreतो हम सबने व्रत रखे, किसी ने एक या दो दिन तो किसी ने पूरे के पूरे नौ दिन! व्रत
Read Moreमानव जीवन क्षणभंगुर है। यह एक बार यदि हाथ से निकल जाए तो इसे पुनः प्राप्त करना किसी के भी
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