धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

सन्तान के जीवन में माता-पिता का स्थान स्वर्ग से भी बढ़कर है

ओ३म् हम संसार में अपनी अपनी माता के गर्भ से उत्पन्न हुए हैं वा हमने अपनी माता से जन्म लिया

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

प्रतिदिन स्वाध्याय सबके जीवन का आवश्यक अंग होना चाहिये

ओ३म् मनुष्य की आत्मा अनादि, नित्य, अजर, अमर, सूक्ष्म, ससीम, जन्म-मरणधर्मा, कर्म के बन्धनो में बंधी हुई, वेद ज्ञान प्राप्त

Read More
इतिहासधर्म-संस्कृति-अध्यात्म

मनुष्यों की आदि सृष्टि भूगोल के किस स्थान पर हुई?

ओ३म् हमारा यह संसार अत्यन्त विशाल है। संसार में हम पृथिवी के प्रायः सभी देशों को सम्मिलित करते हैं और

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

ऋषि दयानन्द ने अविद्या दूर करने और समाज सुधार कार्यों से वैदिक धर्म की रक्षा की

ओ३म् ऋषि दयानन्द (1825-1883) सन् 1863 में देश व समाज का सुधार करने तथा विलुप्त वेद और वैदिक धर्म का

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

देश में राष्ट्रवादी विचारधारा का होना एकता व अखण्डता के लिये अनिवार्य है

ओ३म् हमारा देश भारत संसार का सबसे प्राचीनतम देश है। सृष्टि के आरम्भ में परमात्मा ने मनुष्य जीवन की उन्नति

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

ऋषि दयानन्द ज्ञान, कर्म व उपासना आदि की दृष्टि से विश्व के शीर्षस्थ महापुरुष हैं

ओ३म् संसार में अनेक महापुरुष हुए हैं जिनके जीवन में कुछ विशेषायें थी तथा जिसके कारण लोगों ने उन्हें महापुरुष

Read More