सन्तान के जीवन में माता-पिता का स्थान स्वर्ग से भी बढ़कर है
ओ३म् हम संसार में अपनी अपनी माता के गर्भ से उत्पन्न हुए हैं वा हमने अपनी माता से जन्म लिया
Read Moreओ३म् हम संसार में अपनी अपनी माता के गर्भ से उत्पन्न हुए हैं वा हमने अपनी माता से जन्म लिया
Read Moreओ३म् मनुष्य की आत्मा अनादि, नित्य, अजर, अमर, सूक्ष्म, ससीम, जन्म-मरणधर्मा, कर्म के बन्धनो में बंधी हुई, वेद ज्ञान प्राप्त
Read More1.Life has many great options, But you don’t have to pick, What seems to be the best, Just pick what
Read Moreओ३म् हमारा यह संसार अत्यन्त विशाल है। संसार में हम पृथिवी के प्रायः सभी देशों को सम्मिलित करते हैं और
Read Moreओ३म् परमात्मा ने इस सृष्टि को जीवों के भोग व अपवर्ग (मोक्ष) के लिये बनाया है। परमात्मा द्वारा बनाई गई
Read Moreओ३म् ऋषि दयानन्द (1825-1883) सन् 1863 में देश व समाज का सुधार करने तथा विलुप्त वेद और वैदिक धर्म का
Read Moreओ३म् हमारा देश भारत संसार का सबसे प्राचीनतम देश है। सृष्टि के आरम्भ में परमात्मा ने मनुष्य जीवन की उन्नति
Read Moreओ३म् संसार में अनेक महापुरुष हुए हैं जिनके जीवन में कुछ विशेषायें थी तथा जिसके कारण लोगों ने उन्हें महापुरुष
Read Moreस्वतंत्र भारत में पहले तो हम ने महान शास्त्रों को शिक्षा से बाहर कर दिया। फिर उस पर जिस किसी
Read Moreआवश्यकतायें अनंत है यह कथन प्रायः मशहूर है और सत्य भी।उसी तरह मनुष्य का “मन”चंचल और अनंत इच्छाओं की पूर्ति
Read More