राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर (जन्मतिथि 23 सितम्बर पर विशेष )
आधुनिक हिंदी काव्य जगत में राष्ट्रीय सांस्कृतिक चेतना का शंखनाद करने वाले तथा युग चारण नाम से विख्यात वीर रस के कवि रुप
Read Moreआधुनिक हिंदी काव्य जगत में राष्ट्रीय सांस्कृतिक चेतना का शंखनाद करने वाले तथा युग चारण नाम से विख्यात वीर रस के कवि रुप
Read Moreलेख -स्वामी विवेकानंद और उनका देश प्रेम” अगर यह कहा जाए कि स्वामी जी का देश प्रेम अकथनीय या अवर्णनीय
Read Moreस्वतन्त्रता के समय एक आंतकवादी संगठन “मजगर” ने पंजाब और सिंध के मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में आंतक फैला दिया, यह
Read Moreस्वामी विवेकानंद और लालाजी ने संस्था बनाने के लिए पूरी बातें विस्तार से समझाई । कैसे लोगों को संस्था में
Read Moreमहात्मा आनन्द स्वामी जी (पूर्व आश्रम का नाम खुशहाल चन्द) का नाम आज भी प्रायः प्रत्येक आर्यसमाज का सक्रिय अनुयायी
Read More३१ अक्टूबर १९४४ ; लालाजी (बाबूजी के गुरु जी) को चेतना के सभी स्तरों पर अधिकार था । जागृत अथवा
Read Moreभारतीय समाज एक काल में वेदों के ज्ञान को भूल गया। इसका परिणाम यह हुआ कि वह या तो भाग्यवादी
Read Moreआसाराम, रामपाल रामवृक्ष और अब एक नया राम राम रहीम । जहाँ चारों और ढोंगी बाबाओं की तूती बोल रही
Read Moreओ३म् इतिहास की हर छोटी बड़ी बात सभी ऋषि भक्तों को स्मरण हो, यह सम्भव नहीं है। इसके लिए समय
Read Moreओ३म् स्वामी सर्वदानन्द सरस्वती (1865-1941) आर्यसमाज के प्रमुख संन्यासी व विद्वानों में एक थे। उन्होंने अपने जीवनकाल में आर्यसमाज की
Read More