लेख

धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

ईश्वर का त्रिकालदर्शी स्वरूप हमें सद्कर्मों की प्रेरणा करता हैं

ओ३म् हम और ईश्वर दो अलग अलग सत्तायें हैं। दोनों की सामर्थ्य भी अलग अलग हैं। मनुष्य अल्प शक्तिवाला है

Read More
सामाजिक

शरीर की चर्बी जला कर लोगों को सुख देते हैं रिक्शा चालक

वैसे तो समस्त देशों में रिक्शा चालक पाए जाते हैं। परंतु अलग-अलग देशों में अलग-अलग सुविधएं और समस्याएं होती हैं

Read More
इतिहास

जगदगुरु आदि शंकराचार्य जन्म जयंती विशेष (17 मई)

भारतवर्ष सदैव से एक अलौकिक राष्ट्र रहा, जहां अपने महापुरुषों का स्मरण करने की परंपरा रही है। अनेक सन्तों, वैज्ञानिक,

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

वैदिक धर्म के पुनरुद्धार में ऋषि दयानन्द और आर्यसमाज का योगदान

ओ३म् भारतीय धर्म व संस्कृति विश्व की प्राचीनतम, आदिकालीन, सर्वोत्कृष्ट, ईश्वरीय ज्ञान वेद और सत्य मान्यताओं व सिद्धान्तों पर आधारित

Read More