‘हे प्रभु ! मेरी पुकार सुनो’
सृष्टि के आरम्भ में परमात्मा ने मनुष्यों को अमैथुनी सृष्टि में उत्पन्न किया था। परमात्मा ने हमें पांच ज्ञानेन्द्रियों व
Read Moreसृष्टि के आरम्भ में परमात्मा ने मनुष्यों को अमैथुनी सृष्टि में उत्पन्न किया था। परमात्मा ने हमें पांच ज्ञानेन्द्रियों व
Read Moreक्या ईश्वर है, है या नहीं? इस युक्ति व तर्क से देखते हैं कि यथार्थ स्थिति क्या है? इससे पूर्व
Read More[ कृषि-प्रधान देश में किसानों की दुर्दशा एवं आत्म हत्यायों की मजबूरी ने आखिरकार कलम उठाने को मजबूर कर ही
Read Moreआज के समाचार पत्रों में देश के प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा अजमेर में दरगाह शरीफ पर चादर चढ़ाने के लिए
Read Moreसत्य वचन ! लोरियाँ लुप्त हो रहीं हैं। भौतिक वाद ही हो सकता है एकमात्र कारण। इस तेज रफ़्तार जिंगदागी
Read Moreउपलब्ध ज्ञान के आधार पर यह ज्ञात होता है कि अमैथुनी सृष्टि के प्रथम दिन ही जगत पिता ईश्वर ने
Read Moreआर्य समाज के दिल्ली प्रवक्ता और मेरे मित्र आदरणीय श्री महेंद्र पाल आर्य जी मुझे संबोधित करते हुए लिखते हैं-
Read Moreनेशनल कमीशन फॉर माइनारिटी एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन जस्टिस एज़ाज़ सिद्दिकी ने कल, रविवार (१९.०४.२०१५) को आगरा के ग्रांड होटल
Read Moreस्वामी दयानन्द ने सन् 1863 में मथुरा में प्रज्ञाचक्षु दण्डी स्वामी गुरू विरजानन्द सरस्वती से विद्या प्राप्त कर गुरू की
Read Moreहम सभी इस बात से भलीभाँति परिचित हैं कि आधुनिक युग विज्ञान का युग है। हम सभी स्वयं की अभिलाषाओं
Read More