लेख– जब तक समाज महिलाओं को हिक़ारत भरे नजरिए से देखता रहेगा, महिलाओं की दशा समाज में सुदृढ़ नहीं हो सकती।
ऐसा माना जाता है, शिक्षा व्यक्ति को बेहतर बनाती है, और दूसरों के प्रति संवेदनशील। शिक्षित समाज देश को नित्य
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Read Moreलोकतंत्र के चार स्तंभ विधायिका , कार्यपालिका , मीडिया और न्यायपालिका है , जिनमे पहले तीन स्तंभों पर यदा कदा
Read Moreजिस दौर में देश की अन्य संस्थाएं चरमरा रहीं हैं। तब इसरो अपनी बुलंदियों से देश की प्रतिष्ठा औऱ गौरव
Read Moreभारतीय सैन्य इतिहास में 15 जनवरी का अपना एक अलग महत्व और स्थान है। 15 जनवरी 1949 को ही हमारी
Read Moreएक तरफ़ हमारी सरकार आतंककवाद की क़मर तोड़ने को प्रयासरत है, वहीं दूसरी ओर देश के कुछ युवा दिग्भ्रमित होकर
Read Moreआख़िर इस देश को हुआ क्या, हर बात पर जाति, धर्म औऱ मजहब आ जाता है। वर्तमान दौर में प्रदूषण
Read Moreदेश में सब की भूख मिटाने के लिए 23 करोड़ टन खाने की जरूरत प्रतिवर्ष पड़ती है, लेकिन देश में
Read Moreकिसी देश में अगर सपने बेचे जाते हैं। तो शायद वह देश हमारा अपना है। राजनीति सपनों को संजोने की
Read Moreदेश की राजनीति वर्तमान दौर में दो वाद से पीड़ित है ही, उसके साथ कुछ अन्य रोगाणुओं से भी देश
Read Moreसुप्रीम कोर्ट के 1997 में दिए गए एक फैसले का हवाला देते हुए सीबीएसई के डिप्टी सेक्रेटरी के श्रीनिवासन ने
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