लेख : सुख
जो बुद्धिहीन है, मूढ़ है उसका जीवन सुखपूर्वक बीतता है क्योंकि उसे जीवन की समस्याओं का आभास ही नहीं है।
Read Moreबढ़ते बलात्कार : जिम्मेदारी किसकी ? देश को झकझोर देनेवाले विभत्स निर्भयाकांड के बाद देश में उभनते तीव्र गुस्से
Read Moreआज एक बच्चे से लेकर 80 वर्ष का बुज़ुर्ग आधुनिकता की अंधी दौध में लगा हुआ है आज हम पश्चिमी
Read Moreमनुष्य का मन कभी संतुष्ट नहीं होता। जितना प्राप्त करता है उतनी ही इसकी प्यास बढ़ती जाती है। ये हमेशा
Read More१५ अगस्त १९४७ को ब्रिटिश हुकूमत इस देश को इन देश वासियों के हवाले कर उन्हें अपनी गुलामी से मुक्त
Read Moreपटरी से नीचे उतरी शिक्षा की रेल शिक्षा में दिन प्रति दिन सुधार किये जा रहें है, विभागीय लोग भी
Read Moreलेखक:-पंकज प्रखर गणतन्त्र दिवस यानी की पूर्ण स्वराज्य दिवस ये केवल एक दिन याद की जाने वाली देश भक्ति नही
Read Moreसकल सृष्टि में भाषा का विकास दैनंदिन जीवन में और दैनन्दिन जीवन से होता है। भाषा के विकास में आम
Read Moreकई सच छुपाए गए तो कई अधूरे बताए गए अपनी आजादी की कीमत तो हमने भी चुकाई है तुम जैसे
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