काव्य रसगुल्ले
युवतियाँ प्रेम विवाह या अरेंज मैरिज भी करेंगी, तो चुनकर ही यानी वर डॉक्टर, एमबीए या बी.टेक. हो; चाहे बी.टेक.
Read Moreयुवतियाँ प्रेम विवाह या अरेंज मैरिज भी करेंगी, तो चुनकर ही यानी वर डॉक्टर, एमबीए या बी.टेक. हो; चाहे बी.टेक.
Read Moreमुझे मालूम है कि तू बहुत रंग-रंगीला हो चला है।जब से इस मूई राजनीति का तुझे चस्का लगा है तब
Read Moreअभी तक हमने मात्र भगवान, देवी और देवताओं के भक्त ही सुने थे।लेकिन आज भक्त भी विभक्त हो गए हैं।अब
Read Moreगैसू बाबा,गैसू बाबा आज अखबार पढ़े की नहीं ? गजब हो गया ! अब हम लोगों को आगे बढ़ते कोई
Read Moreआवश्यकता, आविष्कार की जननी है, और विलासिता उसकी रखैल। विज्ञान का इतिहास गवाह है साहब कि सारे आविष्कार अपनी ज़रूरतें
Read Moreलिखने की प्रेरणा लेखक होने के पेशे से नहीं, लहू में आए उबाल से मिलती है। इसलिए लेखक डरता नहीं,
Read Moreसोफे पर पसरे-पसरे दुखी आत्मा ने सोचा,देश में नेता तो कई हैं,मगर मजेदार युवा नेता तो एक ही हैं। ऐसे
Read More‘घर में लगती है आग घर के ही चिराग से।’यह कहावत कुछ यों ही नहीं बन गई।इसी प्रकार ‘घर का
Read Moreहाँ मैं छपासीय संस्कृति का आधुनिक साहित्यकार हूँ।अब ये आप की कमी है कि अभी तक आप पुरातन युग में
Read Moreयद्यपि इंसान स्वयं सदियों से जूतियाँ पैरों में और सिर पर पगड़ी पहनता आया है और दोनों का स्थान भी
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