कोरोना-साहित्य
हुँ..हूँ..ऊँ..लिखास लगी है, लेकिन लिख नहीं पा रहा ! बड़ा अजीब है इस कोरोना-काल का असर! काम के दिनों में
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Read Moreजब मैंने सोचा कि मैं मीराबाई पर किताब लिखूं तो एक दृश्य मेरे मन में आया… आज की मीरा कैसी
Read Moreलाॅक डाउन के चलते सूनी सड़कें, सूनी गलियां आजकल एक आम बात हो गई । कहाँ तो आवारा जानवरों को
Read Moreदेश में लाॅकडाउन है और मैं भी तमाम देशवासियों की तरह घर में रहने को मजबूर हूं। हालांकि लाॅकडाडन घोषित
Read Moreमुझको साहब कविता लिखने का खब्त हो गया , मैं रोज जो भी मन में आए कविता ,बकवास दूसरों के
Read Moreएक फ़िल्मी गाने के बोल हैं , “ एक मच्छर आदमी को हिजड़ा बना देता
Read Moreसोचो आज अगर मार्टिन कूपर ने मोबाइल का आविष्कार न किया होता तो इस लाकडाउन के समय में हमारा क्या
Read Moreमैट्रिक इम्तिहान में पांच बार फेल होने के बाद जब इस वर्ष मंगरा इंटरमीडिएट की
Read Moreभयावह रोग कोरोना से मैं भी बुरी तरह डरा हुआ हूं। लेकिन भला कर भी क्या सकता हूं। क्या घर
Read More“मैडम जी नमस्कार! क्या हाल है?सब ठीक है न? अच्छा आपके बेरोजगार बेटे के लिए एक बढ़िया
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