आजकल
खुद से खुद को तोड़ता रहता हूं आजकल।खुद में खुद को ढूंढता रहता हूं आजकल।बीते लम्हात लौट कर कहां आते
Read Moreलगभग 70 दशकों तक एक चक्री राज्य करने के बाद क्या कांग्रेस का सूर्य अस्त होने की तैयारी में हैं
Read Moreकाग़ज़ों कि तह शब्दों से सिमट ना पाती हैघायल अफसानों से दुनिया को मिलाती है।। चाहूं खामोशी इख्तियार करूं मैं
Read Moreकहां खो गए तुम मुझे छोड़ कर केकहां छुप के बैठे हो मुंह मोड़ कर के।चलो आओ सम्मुख करो मुझसे
Read Moreहंसता चेहरा सबको भाए,रोनी सूरत रास न आए ,हंसने वाला मौज मनाएं ,खुशियां बांटे हाथ मिलाएं,हंसने से न हो बीमार
Read More“सुनो जी, ये कच्चे पपीते क्यों ले आये? यहाँ घर में कोई पसंद नहीं करता।
Read Moreवैश्विक स्तर पर दुनियां में हर देश ने तेजी से बढ़ती प्रौद्योगिकी, विकास से बढ़ते डिजिटाइजेशन ने शारीरिक श्रम को
Read Moreबात उन दिनों की है ,जब मेरी शादी हो गई ,और मैं ससुराल गई ,ससुराल में करीब तीन महीने रही
Read Moreमोदी सरकार ने इस जनवरी में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत लक्षित परिवारों को 5 किलोग्राम मुफ्त खाद्यान्न
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