लाला का यह जन्म दिन, रोहिणि खासम खास
बुधवारी तिथि पावनी, गुरूवार उपवास
गुरुवार उपवास, उदित यह महिमा भारी
मथुरा भयो प्रकाश, पधारे हैं गिरधारी
कह गौतम चितलाय, गोकुला में गोपाला
यशुमति कोंख सुहाय, देवकी माँ का लाला।।
शीर्षक- महातम मिश्रा के मन की आवाज
जन्म तारीख- नौ दिसंबर उन्नीस सौ अट्ठावन
जन्म भूमी- ग्राम- भरसी, गोरखपुर, उ.प्र.
हाल- अहमदाबाद में भारत सरकार में सेवारत हूँ
क्या बात है……… अधूरी रात है….. चमकती चाँदनी, बढती प्यास है॥१॥ अनकही राह है अजनबी आह है चाँदनी रातों में लिपटने की चाह है॥२॥ चाँद और तारे दिख रहे सारे टिमटिमाते हुए चक्कर लगाते॥३॥ प्यार की चाहत मील गई राहत मिलेगा सुकून हुई ऐसी आहट॥४॥ बादली छा गई चाँदनी लुप्त हुई बाहों में आकर बावली […]
भोर आलोक वसंत नव जीवन स्पन्दन मुक्त प्राण तमस विहग राग अनुराग हल्की मधुर बयार अतीत में दबी स्मृतियाँ आलिंगन साथ समृद्ध । ********************************* चली जब मदमाती मस्त पवन चूमने को व्याकुल उन्मुक्त गगन नाज़ नखरे संग इतराती वसुधा निखरा लगा जो रूप हल्दी उबटन ।
आत्मा की आवाज सुनाई देती है सबको पर भूख की आवाज के सामने आत्मा और परमात्मा दोनों की ही आवाज दब जाती हैं मर जाती है आत्मा जब लगी हो भूख की आग आदर्श तो आदर्श हैं आग तो पानी ही से बुझा करती है बातों की फुहारों से नहीं सुनो सुनो आत्मा की आवाज […]