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हायकू : कवि कविता
कवि हृदय रवि प्रकाश सम हुआ उजाला ============ देखि सुमन गति कलियाँ चली करने प्रेम =========== घिरी बदरी उमड़ि-उमड़ि के बरसे नीर ,,,, ========= कविता प्रिय प्रियतम संदेश है खुशहाली ============= प्रथम घटा घनघोर छोर न . कवि कविता ================ यथार्तबोध का नित गुंजन करे कविता ================= कवि हृदय तिमिर विनासक जग प्रकाश — राजकिशोर […]
हिन्दी पर कुछ हाइकु- लाल बिहारी लाल
हिन्दी पर कुछ लाल बिहारी लाल के हाइकू 1. फौजी का फर्ज निभाया आजादी में अपनी हिन्दी। 2. हिन्दी देश की बेहतर है भाषा बढाये ज्ञान। 3. हिन्दी हो गई देश के संग-संग विदेशी भाषा। 4. झेल रही है सरकारी दफ्तरों में उपेक्षा मार। 5. देश की शान पढ़ों-पढ़ाओं हिन्दी देश की शान। *सचिव […]
मदनोत्सव
1 षट रागिनी कुहू लगे मन पे कुसुमागम । 2. किंशुक- छाया वशीभूत अचला तृप्त मानव । 3 देख के बौर बौराये मत्त भौंरा गुनगुनाए । 4 पीली चुनरी धरा बनी दुल्हन हल्दी रस्म में। 5 उड़ा गुलाल धनक बनी धरा गगन लाल। 6 पिघल जाता अवसाद के तुषार टेसू ताप से। 7 भूमि सज […]