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एक अजनबी बनकर ही तो तुम मिले थे
एक अजनबी बनकर ही तो तुम मिले थे परिचय से शुरू हुई थी बाते धीरे -धीरे होने लगे ढेरो बाते और लगने लगा अपनो सा बनाने लगे मेरे दिलो मे अपनी जगह मै भी तुम्हे अपना ली खुद से ज्यादा मान ली पनपने लगा प्यार हमदोनो के बीच रहते व्याकुल मिलने को एक दिन देखने […]
नशामुक्त समाज, संकल्प हमारा !
नशा, जीवन-विनाश का अहम कारण हैं, घर-परिवार का सुखचैन, संपदा हरता हैं, विनाशलीला का मकड़-जाल रचे यह, नशामुक्ति अभियान, यही संकल्प हमारा हैं।। तंबाकू, बीड़ी, सिगरेट, मादक पदार्थ, अफीम, चरस, गांजा जीवन करे व्यर्थ, तन-मन-धन स्वस्थ, यही हमारा संकल्प, नशे से छुटकारा, खुशहाल जीवनार्थ।। नशे की लत से मानव बने महादानव, अच्छा-बुरा, अपना-पराया, न सद्भाव-दुर्भाव, […]
दिलखुश जुगलबंदी-14
सोच-समझकर शब्द बोलें शब्दों की भारी भीड़ से एक से बढ़कर एक शब्द चुनकर रंगबिरंगी माला जब सजने लगी मानो मन में शहनाइयां बजने लगीं सुर-लय-ताल का सुनहरी छत्र छाता गया नए-नए कवियों का प्रदर्शन गज़ब ढाता गया मीठे-सुरीले सार्थक शब्दों का होने लगा मेल लाजवाब अर्थ लिए शब्द रहे हैं खेल शब्दों ने जाने […]