बच्चे और गुलाब एक जैसे,
जैसे पालो बन जाएं वैसे,
बच्चे गुलाब की तरह
महकें और जग को महकाएं,
खिलखिलाती खुशी से
चहकें और सबको चहकाएं,
आशा की किरण बनकर
चमकें और जग को चमकाएं,
यह मेरी चाहत है,
यही चाहत मेरी राहत है.
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