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कविता
जिंदगी तेरे प्यार में उम्र गुज़ार दी भटकता रहा जवानी में तेरे दर पे वसंत के आने की गंध पैगाम लाई प्रेम की ज्योत को फिर जगा लाई वसंत की आगमन की जैसे खुश्बू महकते फूलों के संग पैगाम लाई प्रेम प्रकृति निखरते इन मौसमों में जिंदगी को पनाह दी जब क़ुदरत ने प्यार की […]
नशा क्या है ?
जो पीता है शराब क्या वही नशे में है लगता है मानो आज सभी नशे में है, किसी को दौलत का नशा, किसी को शौहरत का नशा, किसी को प्यार का नशा, किसी को सत्ता का नशा, ए दोस्त! जो कहता है कि मुझे नशा शराब का है वो कितना पागल है शराब से ज्यादा […]
यूँ ही व्यर्थ न जाने दो।
उत्साही को खुशियां ढूँढे कायर को दुख के कण। जीवन की आपाधापी में समेट लो फुर्सत के क्षण। प्यार करो हर क्षण को तुम भर देगा खुशियों से दामन। व्यर्थ करो न इसके संग को हर पल का ले लो आनंद। भर कर बाँहों में इसको अंग-प्रत्यंग निहार लो। अमूल अद्वितीय धन को यूँ ही […]