उन्हें तकलीफ है हमारे रिजर्वेशन से
उन्हें तकलीफ है कोरोना वैक्सिनेशन से
आरक्षण,सब्सिडी,संसाधनों पर तो हक है
कभी लगाव नहीं देख पाया ‘नेशन’ से।
— सुरेश मिश्र
उन्हें तकलीफ है हमारे रिजर्वेशन से
उन्हें तकलीफ है कोरोना वैक्सिनेशन से
आरक्षण,सब्सिडी,संसाधनों पर तो हक है
कभी लगाव नहीं देख पाया ‘नेशन’ से।
— सुरेश मिश्र
सपने सतरंगी बुने, आँखों में उल्लास। गौरव, गरिमा देश की, सत्यार्थी विश्वास।। नारी सबला खुद बने, साहस से लबरेज। बाती आलोकित रहे, सूरज-सा हो तेज।। ज्ञानी, कल्याणी बने, कौशल का भंडार। नारी कोमल, मोहिनी, संस्कारी परिवार।। उजली प्रेमिल धूप हो, मंगल, शुभ आचार। शीतल छाया नेह की, घर आँगन उजियार।। अपनी रक्षा खुद करे, आलोकित […]
सतरंगी परिधान पहनकर, इन्द्रधनुष से लगते हो, तीखी चितवन, होंठ लरजते, नैनों से कुछ कहते हो। ऐसा लगता घनघोर घटा, नभ में बिजली चमक रही, बांसुरी की भाषा से ही, चैन दिलों का हरते हो। — डॉ अ कीर्तिवर्धन
देखिए तो कैसे वो हालात बने हैं। क्या पटरियों पै सिर रख आघात बने हैं। रावण का जलाना भी नासूर बन गया- दृश्य आँखों में जख़्म जल प्रपात बने हैं।।-1 देखन आए जो रावण सन्निपात बने हैं। कुलदीपक थे घर के अब रात बने हैं। त्योहारों में ये मातम सा क्यूँ हो गया- क्या रावण […]