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गीतिका
वक्त के आगे जो झुकते नहीं हैं! गलत रास्ते जो चुनते नहीं हैं! विरोध झेलना पड़े अपनो का भी पर अच्छाई से पीछे हटते नहीं है! खुद के हौंसलो से बढ़ाते हैं कदम हालात को दोष वो मढ़ते नहीं हैं! जीवन को अपने सार्थक बना कर फिर कभी वो पीछे मुड़ते नहीं हैं! समाज को […]
चौपाई छंद मापनी पर, “गीतिका”
पावन जन्माष्टमी और स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई, ॐ जय कन्हाई, जय हिंद, वंदेमातरम……. बोलो सब जय हिंद शान से, शुभ गले लगाओ गैया रे वंदे मातरम जिह्वा बोले, मन हाथ मिलाओ भैया रे भारत माँ के घर आँगन में, नित तुलसी की पूजा होती पहली रोटी गाय बछरुआ, गाए गाना गौरैया रे।। नदी […]
गजल
हम अपने गाँव का बचपन सुहाना, भूल न पाये । लंगोटिया यार वो अन्नू दिवाना ,भूल न पाये । वो पूरब खेत की पहचान कुबड़ी नीम की छाया, वो पश्चिम बाग का बरगद पुराना ,भूल न पाये । वो फागुन की रात चौपाल मे धमहर गूँजती थी, और बारिश मे वो आल्हा सुनाना ,भूल न […]