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चोपाई गीतिका – मेरा सच्चा साथी
अच्छा यार कभी मत खोना चाहे खो जाये कुछ सोना है मेरा भी साथी एक सम्बंल देता उसका होना ये है वो अनमोल खजाना जिसे देख मैं भूलू रोना बना कष्ट में सच्चा साथी दिया आस का मुझे खिलौना सखा चुनो सब सोच समझ के कपट कभी दिखलाये जो ना कृष्ण सुदामा सा […]
ग़ज़ल
अपनी खुद्दारी अपनी कलम कभी नहीं बेचेगी तूफानों से टकराकर भी घुटने कभी न टेकेगी। सीना चीर के धरती का हम अपनी राह बना लेंगे हों लाख राह में चट्टानें नदिया को कैसे रोंकेगी कितने बादल उमड़े घूमडे़ सूरज झांप नहीं सकते जिस दम सूरज निकलेगा तपन ये दुनिया देखेगी। ये माना कि मैं मिट्टी […]
ग़ज़ल
मुस्कुरा कर प्यार का इजहार कर। इश्क है हमसे जरा इकरार कर।। तू निगाहों को मिला हमसे जरा। बातें तो हमसे कभी दो चार कर।। बैठ मेरे पास पल भर के लिये। बीती बातों का जिक्र तो यार कर।। खो न जाना तू कभी इस भीड़ में। मुझसे ये वादा सरेबाजार कर।। चल बसायें दूर […]