कौन सा पल आखिरी
सैनिक सरहद पर खड़े, देश के वह जवान|
हम बैठे अपने घरों, उन पर है अभिमान||
किसका होगा लाल वो, किसका वह सिंदूर|
किसका होगा वो पिता, चले गये सब दूर||
कैसे गलती यह हुई, किसका है यह दोष|
कितनो की जाने गयी,लोगों में है रोष||
खाना कैसे अब बने, राशन लाए कौन|
लालन पालन अब भला,सवाल पे सब मौन||
किसका पल हो आखिरी,ये सब उसके हाथ|
सबके दिल में प्यार हो,देना हरदम साथ||
— सविता सिंह मीरा