लघुकथा

समझौता

आज की इन्क्वायरी कमेटी की बैठक है जिसमे अभिनव तिवारी पर बैंक में 20 करोड का फ्राड करने का मामला आया है । आफिस में काफी गहमागहमी है सबकी उत्सुकता ये जानने में है कि अभिनव तिवारी जो की बहुत पहुंचवाला बंदा है उसके खिलाफ कार्रवाई होगी या उसे क्लिन चिट मिल जाएगी !
“शर्मा जी आपको पता है क्या कमेटी में कौन -कौन है ” चौधरी जी ने मुंह में पान मसाला डालते हुए कहा
” एक तो के पी वर्मा, दूसरे बी के रस्तोगी है ” शर्मा जी ने कहा
“लेकिन एक स्पेशल मेबर भी है ” चौधरी जी
“हां सुना तो मैंने भी है लेकिन मुझे पता नही है कौन है ।” शर्मा जी ने टालने के लिए कह दिया लेकिन चौधरी जी पीछे ही पड़ गए
तभी राहुल वहां आया और तपाक से बोला “आनन्द कुमार है ।”
“कौन आनन्द कुमार ?” चौधरी जी ने पानमसाला गटकते हुए कहा
“मैं जब अमृतसर में पोस्टेड था तब वो मेरे सीनियर थे ,बहुत ही कडक और ईमानदार, लेकिन उन्हे काफी टाईम तक प्रमोशन नहीं मिला था, क्योकि उन्होनें कभी भी अपने उसुलो से समझौता नहीं किया ।” राहुल ने कहा
“अच्छा ” चौधरी जी की आंखे चौडी हो गई, “मुझे नहीं लगता आनन्द सर के रहते तिवारी जी बच जाएगे ।

— विभा कुमारी “नीरना”

*विभा कुमारी 'नीरजा'

शिक्षा-हिन्दी में एम ए रुचि-पेन्टिग एवम् पाक-कला वतर्मान निवास-#४७६सेक्टर १५a नोएडा U.P

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