तुलसीदास
तुलसीदास
अपनी लिख गये
ये रचनाएँ।
कवितावली
बाहुक सहित है
बहुत अच्छी।
रामाज्ञाप्रश्न
रामकथा प्रसंग
संग जवाब
दोहावली में
सदाचार संग में
भक्ति नीति है।
माया से मुक्ति
वैराग्यसंदीपनी
मुक्तक काव्य।
अनुनय भी
विनय पत्रिका में
गुरु महिमा।
इस प्रकार
इनके रचना का
विस्तार पड़ा
जनकल्याण
हो रहा जग में
सभी कृत्ति से।
— रमेश कुमार सिंह रुद्र
