बदलेंगे सितारे मेरे भी
बदलेंगे सितारे मेरे भी,
हम भी सफल हो जाएँगे एकदिन ।
बीच राहों में खड़े हैं,
ढूँढेंगे तो मंज़िल मिल जाएगी,
बदलेंगे ग्रह – नक्षत्र मेरे भी,
हम भी सफल हो जाएँगे एकदिन।
मन में आशाओं के दीपक जले ,
आँखों मे उम्मीद की किरण दिखें ,
धीरे – धीरे कदम आगे बढ़ातें चलें,
बदलेंगे हालात मेरे भी,
हम भी सफल हो जाएँगे एकदिन।
अब तो रिश्तें बस नाम के हैं ,
चंद कागज़ के टुकड़ों के लिए ,
टूट गई दोस्ती मेरी भी ,
हम भी सफल हो जाएँगे एकदिन ।
चुनौतियाँ भी कम नहीं है,
नई दिशाएंँ , नये मार्ग पर है चलना,
पर , हौसलें मेरे अडिग हैं,
एकदिन मंजिल भी मिल जाएगी,
हम भी सफल हो जाएँगे एकदिन।
हम रुकेंगे नहीं , हम थकेंगे नहीं,
आत्मसम्मान है, हम झुकेंगे नहीं,
यह समय भी बदल जाएगा ,
छँट जाएँगे सब घने अँधेरे भी ,
हम भी सफल हो जाएँगे एकदिन।
— चेतना सिंह (चेतना प्रकाश चितेरी)
