सावन आ गया रे
चढ़ आईं घोर घटाएं काली काली। फूलों के संग झूम रही डाली-डाली। अंधेरा छा गया रे। सावन आ गया रे।
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Read Moreमैंने जब होश संभाला बचपन की सरिता पार कर चुका था समझ को छोटे-छोटे पंख लग चुक थे पिजा जी
Read Moreशहीदी दिवस 25 जून बाबा बंदा सिंह बहादुर सिख इतिहास में तथा भारतीय इतिहास में गगन में ध्रुव तारे की
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Read More(शहीदी दिवस 14 जून पर विशेष) जून का महीना गर्मी थी कहर की। तपती थी ध्ूप सिर पर दोपहर की।
Read Moreबुढ़ापा किसी वर्ग का भी हो बुढ़ापा तो बुढ़ापा होता है। केवल सुविधाओं का फर्क होता है। भौतिक तौर पर
Read Moreचिन्ता अंतर्मुखी बहिर्मुखी वेदना है। संसार में चिन्ता दो तरह की पाई जाती है। एक अंतर्मुखी तथा दूसरी बहिर्मुखी। अंतर्मुखी
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