कहानी : लव जिहाद और आईने का सच
वो कस्बे में डर डर के रहता था। हालाँकि वो डरपोक नहीं था पर फिर भी डर – डर के रहना
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Read Moreपिछले दिनों हरियाणा के एक मंत्री महोदय ने आत्महत्या करने वालों को कायर बता दिया. उसके बाद हमारे किसान-प्रेमी और
Read Moreगर्मी का महीना था | बाग में कुछ बच्चे और बडे तिलमिलाती गर्मी से बचने के लिए पेड़ों की छाँव
Read More“कुसुम !!! यह सब क्यों हुआ मैंने कभी सोचा भी नही था ऐसा!! हाय रे मैं मर क्यों नही गया
Read More“हाय” “हाय” “कैसी हो” “बढ़िया, आप कैसी हो” “मैं भी ठीक हूँ” “कहाँ रहती हो, आजकल दिखती ही नहीं?” “हाँ
Read Moreउन दिनों जमशेद पुर में फैक्ट्री में फोर्जिंग प्लांट पर मेरी ड्यूटी थी फोर्जिंग प्लांट अत्यंत व्यस्त हो चुके थे।
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