मैं दीवानी हूं
ठहरी हुई इक झील में,हलचल मचा गया कोई सोए से थे अरमां मेरे,ख्वाब जगा गया कोई उसकी गहरी सी आंखों
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Read Moreकल तक मोहब्बत का एहसास ना था तुमसे मिलके जाना की क्या होती है मोहब्बत रोज जीते थे हम मगर
Read Moreअब सुकून से रो भी नही पाते हैं हम कोई देख न ले बहते आंसू मेरे तो सब जब सो
Read Moreप्यार कभी नही मरता…. बस सांसे साथ छोड़ देती है, वरना हमे उनसे साथ मोहब्बत कितनी ये एक रोज उनको बता
Read Moreअपनी गति सूरज चला, मानव अपनी राह ढ़लता दिन हर रोज है, शाम पथिक की चाह शाम पथिक की चाह,
Read Moreहे प्रभु मन में एक शंका है इसका समाधान करें आप इंसान को इस दुनिया में भेजते हैं रोता हुआ………
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