मेरी कहानी – 26
मेरा विचार है कि जीवनी लिखने में एक दिक्क्त तो आती ही है और वोह है बचपन की यादें। कौन
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Read Moreवारस खान पार्टी का एक भरोसे मंद लड़का था। उसका बड़ा भाई नम्बरदार था और नवाब टोरू का कारिन्दा था।
Read Moreअपने गाँव से लेकर बनारस तक खुशी पूर्वक शिक्षा लेकर आनन्द पूर्वक जीवन व्यतीत कर रहे थे। तभी एक तूफान
Read Moreयूँ तो मुझमें सब कुछ कर देखने की ललक और इसके लिये हौसला भी पर्याप्त है परन्तु, जल के गर्भ
Read Moreपिछले दिनों हरियाणा के एक मंत्री महोदय ने आत्महत्या करने वालों को कायर बता दिया. उसके बाद हमारे किसान-प्रेमी और
Read Moreचाहत पर ही सब निर्भर है। हम आप जो ठान लेते हैं उसे पूरा कर ही दम लेते हैं। सफलता
Read More“यमदूत ! तुम किस ओमप्रकाश को ले आए. यह तो हमारी सूची में नहीं है. इसे तो अभी माता-पिता की
Read More1993 में ही मैंने एक बार ताइक्वांडो सीखने का निश्चय किया। मेरे कार्यालय के एक कर्मचारी श्री संजीत शेखर का
Read Moreलोग समझा रहे थे कि बेटा, चीनी सीख लो, किस्मत चमक जाएगी । चीन जाने का टिकट पक्का क्योंकि अपने
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