दोहे
मन में धारण कीजिये, मानवता के मूल। धीरज और विवेक को, मानव कभी न भूल॥ अपने मन में धारिये, सत्य
Read More1. आन बान शान से जवान तुम बढ़े चलो विघ्न से डरो नहीं हिमाद्रि पर चढ़े चलो वीर तुम तिरंग
Read Moreओ जवान धड़कनों तुम मेरा पैगाम लेना चाहे हों कितनी मुश्किलें हिम्मत से काम लेना सीता बनो,राधा बनो,चाहे बनो तुम
Read Moreपहली नज़र के प्यार में जीवन ये वार देती हैं बस एक ही मुस्कान पे जीवन निसार देती हैं कितनी
Read More१२२२ १२२२ १२२२ १२२२ नही पानी बहाओ अब- यही जीवन सजाता है/ करो बर्वाद ना पानी – यही सबको रुलाता
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