कैसे हो क्या हाल है
आज जिस इंसान से भी पूछो, “कैसे हो क्या हाल है” जवाब एक ही है… बस कट रही है, बस
Read Moreआज जिस इंसान से भी पूछो, “कैसे हो क्या हाल है” जवाब एक ही है… बस कट रही है, बस
Read Moreसूर्य अखिल विश्व को प्रकाश का अनंत उपहार देते हुए गर्माहट का सुखद अहसास देते हुए अपने चिर गांभीर्य को
Read Moreयूँ तो हर तरफ बारिशों का पहरा है । फिर क्यों मन ये मेरा रेत का सेहरा है ।। इतना
Read Moreहजारों सालों पहले आएं हमारी भूमि पर वे असलों से लैस होकर मंडराएं हमारे खेतों, घरों, मैदानों और पहाड़ों पर।
Read Moreदेशकाल परिस्थिति के साथ ही बढ़ जाती हैं आवश्यकताऐं। पूर्ण हुई यदि न आवश्यकता तो बन जाती हैं समस्याऐं।। ले
Read Moreमैंने लिखे हैं गीत यूँ कितने ही, रूप और प्रेम के सार के कैसे मगर आज लिख लूँ मैं बताओ,
Read Moreक्यूँ बैठे हो गुमसुम गुमसुम मन की खिड़की खोलो जी दिल मे क्या क्या राज़ छिपा है हमसे भी तो
Read Moreबुझने से पहले, अंधेरों तुमसे जी भर मै लड़ूंगा। दीप माटी का बनूंगा। दीप माटी का बनूंगा। पाँव के छाले
Read More