पीछे नहीं, बराबरी में: केरल के स्कूलों की नई बैठने की व्यवस्था एक क्रांतिकारी कदम
भारत के शिक्षा तंत्र में दशकों से एक अदृश्य रेखा बनी रही है — आगे की बेंच और पीछे की
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Read Moreहिसार में शिक्षक जसवीर पातू की हत्या केवल एक आपराधिक घटना नहीं, बल्कि हमारे समाज की संवादहीनता, विफल शिक्षा व्यवस्था
Read Moreजब भारत ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 का अनावरण किया, तो उसने आज के शिक्षार्थियों की जरूरतों के लिए
Read Moreपर्याप्त नींद लें: स्मृति और सीखने के लिए एक उचित रात की नींद आवश्यक है। छात्रों को हर रात 7
Read Moreआरंभिक शिक्षा के स्वरुप का वर्णन गुरुकुल में मिलता हैं,विधारम्भ संस्कार ‘ओम नमः सिद्धम’ आरम्भ कराया जाता था। वेद,व्याकरण,
Read Moreभारत में प्राथमिक स्कूलों में नामांकित 30% से अधिक बच्चों को मध्यम से गंभीर सीखने के नुकसान का सामना करना
Read Moreडाक्टर या इंजीनियर बनने की दौड़ में शामिल छात्रों की कोचिंग कक्षआओं पर दिनों-दिन बढ़ रही निर्भरता को लेकर शिक्षा
Read Moreहरियाणा में CET परीक्षा लागू होने के बाद जिस रफ्तार से कोचिंग सेंटर गली–गली उग आए हैं, वह न केवल
Read Moreएक डॉक्टर की छवि अक्सर एक अस्पताल की बाँझ दीवारों तक सीमित होती है, एक सफेद कोट में पहने, हाथ
Read More‘समग्र शिक्षा अभियान’ के तहत ग्रेड 6 से व्यावसायिक शिक्षा शुरू करने का केंद्र सरकार का निर्णय कौशल-आधारित सीखने की
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