शंका- एक व्यक्ति मन से पापकर्म का विचार करे मगर कर्म से कोई पापकर्म न करे। क्या वह पापी है?
शंका– एक व्यक्ति मन से पापकर्म का विचार करे मगर कर्म से कोई पापकर्म न करे। क्या वह पापी है?
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