कवि और कविता
मनोभाव से क्या कविता का प्रादुर्भाव होता है ? विचार रखने में क्या हम कविता की परिधि में आ सकते
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Read Moreओ३म् आर्यसमाज वेदों के पुनरुद्धार और विश्वव्यापी प्रचार का एक मात्र आन्दोलन है जिसका शुभारम्भ महर्षि दयानन्द सरस्वती (1825-1883) द्वारा
Read Moreवर्तमान समय के कवि सम्मेलनों में जो हो रहा है।जिस प्रकार की कविता पढ़ी जा रही है। अच्छा नहीं
Read Moreपूर्वोत्तर भारत के आदिवासी पर्वतशिखरों एवं सुदूर जंगलों में प्राकृतिक जीवन व्यतीत करते हैं जहाँ गीत गाते झरनों, बलखाती नदियों,
Read Moreनई दिल्ली। आज हर साल सितंबर माह आते ही हिन्दी दिवस मनाने की चहल पहल हर सरकारी दफ्तरों में शुरु
Read Moreस्वतन्त्रता के आन्दोलन के साथ हिन्दी की प्रगति का रथ भी तेज़ गति से आगे बढ़ा और हिन्दी राष्ट्रीय चेतना
Read Moreहिंदी हमारी राष्ट्रभाषा और मातृभाषा भी है. यह संस्कृत, उर्दू, पाली, अवधी, ब्रज, भोजपुरी, मैथिली, मगही, अंगिका, गुजराती, मराठी, राजस्थानी,
Read Moreहिंदी भाषा यह वो भाषा है जो हिन्दुओ के द्वारा बोलचाल और विचारों के आदान प्रदान के लिए सहज और
Read Moreअगीत कविता विधा महाप्राण निराला से आगे मुक्त अतुकान्त छ्न्द की नवीन धारा है, जिसने सन्क्षिप्तता को धारण किया है;
Read Moreओ३म् महर्षि दयानन्द (1825-1883) का जन्म गुजरात राज्य के मोरवी जिलान्तर्गत टंकारा नामक कस्बे में 12 फरवरी, सन् 1825
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