आधुनिक कथा साहित्य की बदलती प्रवृत्तियाँ
कहा जाता है कि यथार्थ को संजोते हुए जीवन की वास्तविकता का चित्रण कर समाज की गतिशीलता को बनाये रखने
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Read Moreज्ञानपीठ पुरस्कार से अलंकृत कन्नड के श्रेष्ठ साहित्यकार श्री शिवराम कारन्त जी अपने ‘यक्षगान बयलाट’ शोधप्रबन्ध में कहते हैं- “
Read Moreआलोचना या समालोचना किसी वस्तु/विषय की, उसके लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए, उसके गुण-दोषों एवं उपयुक्ततता का विवेचन करने
Read Moreबाल साहित्य और भाषा शिक्षण -मनोहर चमोली ‘मनु’ बाल साहित्य से शिक्षण कार्य हो सकता है। यह भाषा का शिक्षक
Read Moreआपकी ही तरह मैंने भी बचपन में सैकड़ों कहानियाँ सुनी हैं। यह याद तो नहीं कि मैंने कैसे पढ़ना-लिखना सीखा।
Read Moreअनुभव की अभिव्यक्ति की अनेक विधायें हैं ….. हिन्दी की विधा है मुक्तक मुकरी छंद ….. तो जपानी विधा है
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