खट्ठा-मीठा : कुछ नहीं बदला
“कुछ नहीं बदला। दो साल बेकार गये। मोदी को इस्तीफ़ा दे देना चाहिए।” वे ज़ोर-ज़ोर से बोलते हुए मेरे कमरे
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Read Moreआज बात की टमाटरों से, दिखते थे वे लालमलाल, हमने पूछा, ”शिमला होकर आए हो क्या, या गुस्से से सुर्ख़
Read Moreगोवध समस्या को लेकर बहुत वाद-विवाद हो चुका है और होता रहेगा। कारण स्पष्ट है। जहाँ समाज का एक धड़ा यह
Read Moreगोवंश उदास हो तलाश कर रहा है असहिष्णुता का ढिंढोरा पीटनेवाले उन महानुभावों को जो पिछले दिनों कुछ अधिक ही
Read Moreपप्पू को कई महीनों बाद पांच सौ के नोट के दर्शन हुए. उसकी खुशी का ठिकाना न रहा. बड़े जतन
Read More………… प्रभु सहारे रेल का सफर……….. ‘रेल हमसफर सप्ताह’ प्रभु द्वारा प्रदत्त असीम रेल अनुकंपाओं को उजागर करने के उद्देश्य
Read Moreहमारी गली की नम्बरदारनी इस बात से बहुत परेशान रहती है कि गली के कुत्ते अब उनकी परवाह नहीं करते।
Read Moreआज से तकरीबन ५०० वर्षो पहले ,एक घोड़े की मौत पर जितना दुख भारत के लोगो ने जताया था ,
Read Moreलखनऊः 23 मई। ‘‘हिन्दुस्थान समाचार बहुभाषीय संवाद समिति से मेरा पुराना संबंध है। मैंने 1956 से मुंबई में अवैतनिक रूप
Read Moreआजकल मै लगभग खाली हूँ. मेरे खाली दिमाग में एक बिल्कुल नया अद्भुत आयडिया आया है. सोचता हूँ नीतिश जी
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