चर्च के ईसाईयों ने की रक्षाबंधन को राष्ट्रीय पर्व घोषित करने की मांग
लखनऊ, 10 अगस्त(बृजनन्दन)। रक्षा बंधन के पर्व पर रविवार को हजरतगंज स्थित क्राइस्ट चर्च में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य इन्द्रेश कुमार को इसाई समाज की महिलाओं ने प्रार्थना सभा के बाद रक्षा सूत्र बांधकर आपसी भाईचारे का संदेश दिया। इस दौरान इन्द्रेश कुमार ने इसाई बहनों को चुनरी भी ओढ़ाई।
इस मौके पर आरएसएस के इन्द्रेश कुमार ने कहा कि भारत विश्व का एकमात्र ऐसा देश है जहां पर बहुभाषीय, बहुजातीय, बहुपंथीय और कई मत-मतान्तर के लोग रहते हैं। लेकिन आवश्यकता है कि आज भारत एक जन व एक देश के रुप में स्थापित हो। इसके लिए सभी पंथावलम्बियों को एकजुट होकर आपस में संवाद कर सत्य का मार्ग तलाशना पड़ेगा।
उन्होंने अन्य धर्मावलम्बियों को कट्टर न बनकर सच्चा बनने का आह्वान किया। कहा कि सभी धर्म के अनुयायियों को कुछ ऐसे त्योहार मनाना चाहिए, जिसमें सर्वजातीय व सर्वपंथ का समावेश हो। इसके लिए सबसे अधिक उपयुक्त रक्षा बंधन पर्व है।
इन्द्रेश कुमार ने मसीही एबल की चिंता को दूर करते हुए कहा कि हम दोनों के बीच कहीं न कही शक है। इसका समाधान तभी होगा जब दोनों के बीच विश्वास और संवाद निरन्तर बना रहेगा। अब अविश्वास को दूर करने का समय आ गया है। उन्होंने नारी सुरक्षा को लेकर एक व्यापक आन्दोलन चलाने पर बल दिया। नारी को तीन रुप में देखने पर बल दिया बेटी, बहन और मां। इन्द्रेश ने विश्वास जताया कि आज हम शकों में है, कल हम विश्वास की ओर बढ़ेगंे।
मसीही भी इस देश का हिस्सा: एबल
इस अवसर पर लाल बाग चर्च के डा0 पास्टर हरबल एबल ने रक्षाबंधन को राष्ट्रीय पर्व घोषित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि ‘‘हम सबसे पहले भारतीय हैं, इसके बाद हम मसीही है। उन्होंने संघ नेता इन्द्रेश की ओर इशारा करते हुए कहा कि मसीही भी इस देश का हिस्सा है। हम विदेश से आए हुए लोग नहीं है हम असली भारतीय हैं।’’
एबल ने कहा कि भारत ईश्वर की सुन्दर कृति है। हमारे धार्मिक स्थल भी इसी धरती पर है। इसकी रक्षा करना सरकार का कर्तव्य है। अगर हमारे धर्मस्थल पर हमला होता है तो हमारे विश्वास पर हमला होगा। कहा कि हम सरकार पर पुरी निष्ठा रखते हैं, सरकार भी हमारे विश्वास की रक्षा करे।
इंग्लिश चर्च के पास्टर मैक्सटन ने अखबार में छपी खबर का उल्लेख करते हुए कहा कि खबर को सत्य माने तो देश में मुसलमानों और इसाईयों का शुद्धिकरण किया जायेगा। अगर ऐसा होता है तो यह अनुचित होगा, क्योंकि ईश्वर ही मानव में परिवर्तन ला सकता है।
इस मौके पर पास्टर आर0सी0 शेत, आर0 के0 चत्री, सैमसन मसीह, पास्टर राजेश दयाल, तारिक अनवर, महियरध्वज समेत कई बहने और इसाई मसीही के लोग उपस्थित रहे।