पद्य साहित्य

गीत/नवगीत

कश्मीर के हालात पर

ओ जन्नत के वाशिंदों,अब क्यों इतने लाचार हुए,कहाँ तुम्हारी पत्थर ईंटे,कहाँ सभी हथियार हुए,कहाँ गया जेहाद तुम्हारा,पाक परस्ती कहाँ गयी,कहाँ

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