गीतिका/ग़ज़ल केशव शरण 09/10/202509/10/2025 ग़ज़ल ख़ुदाई काम से ख़ंजर अलग करकिसी तन से न कोई सर अलग कर सही वो न्याय जो क़ानून-सम्मतहमारी माँग, बुलडोजर Read More
गीतिका/ग़ज़ल केशव शरण 12/09/202512/09/2025 ग़ज़ल कह रहा बार-बार दिल लाओहुस्न लेकर कटार दिल लाओ कह रहे वो यही ज़माने सेमैं करूँगा न प्यार दिल लाओ है कहाँ Read More
गीतिका/ग़ज़ल केशव शरण 14/08/202514/08/2025 ग़ज़ल फिर उठकर ताज़ादम होने की ख़ातिरजाता हूँ बिस्तर पर सोने की ख़ातिर सबके साथ नहीं हँसना है सोच लियाफँसना पड़ Read More
गीतिका/ग़ज़ल केशव शरण 10/07/202510/07/2025 ग़ज़ल टूटने पर क़हक़हे को सौ जनेएक दिल है तोड़ने को सौ जने हो गए समझा-बुझाकर बाँवरेइस हमारे बाँवरे को सौ Read More
गीतिका/ग़ज़ल केशव शरण 09/06/202509/06/2025 ग़ज़ल फिर उठकर ताज़ादम होने की ख़ातिरजाता हूँ बिस्तर पर सोने की ख़ातिर सबके साथ नहीं हँसना है सोच लियाफँसना पड़ Read More
गीतिका/ग़ज़ल केशव शरण 08/03/202508/03/2025 ग़ज़ल इश्क़ बदहाल हज़ारों का हैऔर ये वक़्त बहारों का है दिल बुझा और नज़र फीकी-सीपर चटक रंग नज़ारों का है Read More
गीतिका/ग़ज़ल केशव शरण 08/03/202508/03/2025 ग़ज़ल बिन हुए नाम हमारा क्या हैरंग या दाम हमारा क्या है बज़्म या बाॅर कहाँ हम होंगेहो गई शाम हमारा Read More
गीतिका/ग़ज़ल केशव शरण 13/01/202513/01/2025 ग़ज़ल दे दिखाई न दूसरा कोईठंड से काँपता हुआ कोई और किस रोज़ धूप निकलेगीतापता आग पूछता कोई फूल कुम्हला गए Read More
गीतिका/ग़ज़ल केशव शरण 07/01/202507/01/2025 ग़ज़ल देखकर रुख़ निबाह में क्या हैझूठ की आह-वाह में क्या है लोग भी दे रहे मुझे क्या-क्यायार ख़ाली सलाह में Read More
गीतिका/ग़ज़ल केशव शरण 04/12/202404/12/2024 ग़ज़ल उसे तुमसे मुहब्बत है बहुत हीकरो कुछ तो ज़रूरत है बहुत ही ज़रूरी तो नहीं हर बार कहनामदद करना इबादत Read More