व्यंग्य : थम के बरस ओ जरा जम के बरस
जब मौसम विज्ञान इतना अपडेट नहीं था तब बारिश भी इतनी चतुर सुजान नहीं थी और सुनिश्चित समय पर आरंभ
Read Moreजब मौसम विज्ञान इतना अपडेट नहीं था तब बारिश भी इतनी चतुर सुजान नहीं थी और सुनिश्चित समय पर आरंभ
Read Moreचमत्कार की वादियों में चमत्कारवादियों की चाँदी है।देश के बाबाओं ने बहुत पहले से कर रखी ये मुनादी है।बड़े -बड़े
Read Moreबिहार में बहार है, पुलों में दरार है, कुछ मत बोलो प्यारे भाई, सुशासन बाबू की सरकार है ! पूरे
Read Moreपेपर लीक होने पर, प्रेस कांफ्रेंस हो रही है। प्रदेश के एक आला अधिकारी उसे फेस कर रहे हैं। पत्रकार
Read Moreजीवन में विभिन्न प्रकार के योग का अवसर प्रतियोगिता के रूप में आते ही रहते हैं जिसने अवसर को लपक
Read Moreआज के युग में आदमी से अधिक आदमी के फोटो का महत्त्व है।क्योंकि आदमी का क्या,वह तो कभी भी टाटा
Read Moreआज कॉलोनी में सुबह-सुबह जैसे ही एक प्रश्न गूँजा- “पप्पू पास हो गया?” प्रत्युत्तर में मानो कॉलोनी में कोरस सा
Read Moreसत्ताधारी कहते हैं- गरीबों का विकास हुआ। विपक्ष कहता है-गरीबी का विकास हुआ। अपनी तो खोपड़ी घूम जाती है भाई
Read Moreमैं शिक्षक हूँ। एक ऐसे विषय का जिसे न बच्चों पढ़ने में विशेष रुचि है न माँ-बाप की पढ़वाने में।
Read More