जीवन को अपनाना सीखो
जीवन की बस यही कहानी। रंक बनें या राजा रानी।। रोम-रोम हो जाय प्रफुल्लित। अगले क्षण भ्रम करता विस्मित।। कभी
Read Moreजीवन की बस यही कहानी। रंक बनें या राजा रानी।। रोम-रोम हो जाय प्रफुल्लित। अगले क्षण भ्रम करता विस्मित।। कभी
Read Moreजीवन का आधार है जल, हर पल रखें उसे निर्मल। बिन जल के जीवन नहीं होता, मानव के पापों को
Read Moreहे मतदाता !, हे राष्ट्र निर्माता ! दारू मुर्गे पर ना बिक जाना। प्रत्याशी को समझ परख कर, मतदान जरूर तुम कर
Read Moreभैया न्याय की बातें कर लो, सार्थक पहल इक रख लो। एक मां की हम दो औलादें, निज अनुज पे
Read Moreएक चेहरा जो मेरे ज़हन में हर वक़्त बना रहता है। जागते में सोते में रह रह कर मुझको सदा देता है।
Read More(1) मसिजीवी हैं जो श्रमिक,उनको नम्र प्रणाम। दूर करें अड़चन सभी,उनकी प्रभु श्रीराम।। उनकी प्रभु श्रीराम,कीर्ति फैलायें जग में। लेखन
Read Moreहोगा वो न काज न किसी भी काम का लेगा डकार भी न वो खाकर हराम का अभी के दौर
Read Moreउसके हाथ से था वो बनाया हुआ मायका उसकी ही चहक से चहचहाया हुआ मायका फिर एक किसी के साथ
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