व्यथा युवाओं की
दिन रात पढ़ें लिखें, रोज कुछ नया सीखें,युवा नित ऊँचे–ऊँचे, सपने सजाते हैं।मोटी–मोटी सी किताब, रखते नहीं हिसाब,नींद-चैन खान-पान, दाॅंव
Read Moreदिन रात पढ़ें लिखें, रोज कुछ नया सीखें,युवा नित ऊँचे–ऊँचे, सपने सजाते हैं।मोटी–मोटी सी किताब, रखते नहीं हिसाब,नींद-चैन खान-पान, दाॅंव
Read Moreशर्मा जी! हमें और हमारे बेटे राहुल को आपकी बेटी नेहा पहली नजर में ही पसंद आ गई। इस बारे
Read Moreकाले भूरे गोरे रंग। देखो कितने सुंदर अंग।।नयन सदा ही खुलते संग। देखें दुनिया बढ़े उमंग।। नेक काज करते हैं
Read Moreहमारे छत्तीसगढ़ में तीज-त्यौहारों का बहुत महत्व है। यहाँ अनेक प्रकार के तीज-त्यौहार मनाये जाते हैं। कार्तिक मास में
Read Moreछत्तीसगढ़ धान का कटोरा तो कहलाता है; साथ ही, लोकपर्वों का एक गढ़ है। यहाँ के तीज-त्यौहार विभिन्न लोक-परम्परा व
Read Moreशिशिर नदी के किनारे बैठा था। आज उसका मन हमेशा की तरह बहुत विचलित था। थोड़ी देर बाद उसे एक
Read Moreमाँ मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। वाह! मैदान भी हरा–भरा है। एक मुर्गी का बच्चा चीनू उछलते हुए अपनी
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