कविता

बाल कविता – ‘प्यारे बच्चो ‘

भारत माँ के प्यारे बच्चो, बात हमारी सुन लो तुम।
पथ पर बढने से पहले, अपना रस्ता चुन लो तुम।

चंद्रशेखर आजाद बनो या
बनो जवाहर, शास्त्री तुम।
अपनी मेहनत और लगन से
भारत को चमका दो तुम।
हरिश्चन्द्र व वीर शिवाजी,,
विवेकानन्द- सा बनना तुम।
वीर भगत सिंह यदि बनो तो,
फांसी  से  ना  डरना  तुम ।

जग की सेवा करनी हो तो,
मदर टेरेसा  बनना  तुम।
राष्ट्र धर्म है यदि निभाना,
फिर गांधी-सा बनना तुम।
पर सबसे पहले मानव बनकर,
मानव धर्म निभाना  तुम ।
भारत माँ  के प्यारे बच्चो
बात हमारी  सुन लो तुम।
सुरेखा शर्मा

सुरेखा शर्मा

सुरेखा शर्मा(पूर्व हिन्दी/संस्कृत विभाग) एम.ए.बी.एड.(हिन्दी साहित्य) ६३९/१०-ए सेक्टर गुडगाँव-१२२००१. email. [email protected]

3 thoughts on “बाल कविता – ‘प्यारे बच्चो ‘

  • गुंजन अग्रवाल

    uttam

  • गुरमेल सिंह भमरा लंदन

    बच्चों के लिए अति उत्तम .

  • विजय कुमार सिंघल

    अच्छी प्रेरक बाल कविता !

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