नववर्ष
नववर्ष कुछ ऐसा आए,
हर्षोल्लास की वर्षा लाए।
उपहारों से झोली भर दे,
रंग-रंगीला जीवन कर दे॥
गजानन आशीष देकर,
सुख समृद्धि की वर्षा कर दें ।।
माँ वीणा विराजे वाणी में,
अपनी शक्ति कलम में भर दें ॥
कविता उससे निखरे ऎसी,
विख्यात विश्व में हमको कर दे॥
गूंजे स्वर कविता के जग में,
जन -जन को आह्लादित कर दे।
शुभकामना यही हमारी,
सुख शान्ति की बरखा बरसे।
मन -आंगन सौहार्द रखें हम,
नूतन वर्ष कुछ ऐसा कर दे।
— डा. सुरेखा शर्मा
बढ़िया. सरल शब्दों में बेहतर कथ्य !
सुन्दर कविता। शब्दों में हृदय को छूने वा प्रभावित करने की छमता है। हार्दिक बधाई और नए वर्ष की शुभकामनायें।