प्रयाग में वसंत पंचमी पर लाखों ने लगाई श्रद्धा की डुबकी
लखनऊ। वसंत पंचमी पर आज इलाहाबाद में संगम तट पर लाखों लोगों ने श्रद्धा की डुबकी लगाई। जीवनदायिनी गंगा नदी के साथ यमुना के संगम पर लोगों ने स्नान के साथ पूजा-अर्चना भी की।
वसंत पंचमी पर आज अदभुत संयोग था। सूर्यदेव का सुबह ही दर्शन हो गया। इसके बाद तो श्रद्धालु में पतित पावनी गंगा-श्यामलय यमुना व अदृश्य सरस्वती की त्रिवेणी में डुबकी लगाने को श्रद्धालु उमड़ पड़े। वसंत पंचमी के पावन पर्व पर आज वासंतिक हिलोर में परमानंद का अनुभव करते हुए संगम में डुबकी लगाई गई। पुण्य की लालसा में दूर-दूर से आए श्रद्धालुओं के साथ शहरीय भी संगम तट पर पहुंचे। इस पावन बेला पर भक्तों को आशीष देने मानों 33 करोड़ देवी-देवता प्रयाग के तपोभूमि पर अवतरित हो गए हों।
संगम में भोर तीन बजे से स्नान-दान का सिलसिला आरंभ हो गया। धूप निकलने पर श्रद्धालुओं की आस्था और हिलोरे मारने लगी। इससे घाट पर भीड़ बढ़ती जा रही थी, दस बजे के बाद भीड़ में लगातार इजाफा होता गया। आम श्रद्धालुओं के साथ जगद्गुरु नरेंद्रानंद सरस्वती, स्वामी हरिचैतन्य ब्रह्मचारी, स्वामी महेशाश्रम, स्वामी ब्रह्माश्रम, महामंडलेश्वर मनोहर दास सहित मेला क्षेत्र में करीब एक माह से मौजूद संत-महात्माओं ने भक्तों के साथ संगम में डुबकी लगाई। घाट से चंद कदम दूरी पर संतों के शिविरों में चल रहे भजन, प्रवचन व मंत्रों की स्वरलहरी से पूरा क्षेत्र गुंजायमान था। दूर-दूर से आए श्रद्धालु संतों के सानिध्य में कुछ पल बिताकर अधिक से अधिक पुण्य अर्जित करने को आतुर थे।