सीमा
ना इस दिल में
प्यार की कोई सीमा है
ना भावनाओं से सजे
उपहार की कोई सीमा है
ना हमारे प्यार के
इज़हार की कोई सीमा ह
कैसे बयां करूँ इन्हें
न मेरे पास अलफ़ाज़ की कोई सीमा है
लेकिन बहुत संवेदनशील है यह प्यार
इसे सम्मान देकर पलकों पे सजाने में
मेरे यार की ना कोई सीमा है
दिल करता है गले से लगालूँ
और करूँ शत् शत् नमन
क्योंकि इस से पहले चले
हवा वक़्त की आँधियों की
इस प्यार की लो कब बुझ जाए
क्योंकि वक़्त के प्रहार की
ना कोई सीमा ह
मेरे इस दिल में
न प्यार की कोई सीमा हैै
ै
बहुत सुंदर