अकेले ही अकेले हूँ
अकेले ही अकेले हूँ
ना साथ कोई है मेरे
लोग सारे चले गये
तन्हा मैं ही रह गया।
राही सभी चले गये
देखता मैं रह गया
दूर गया कारवाँ
अकेला ही ठहर गया।
फैसला ये अज़ीब है
लोगों में मैं बँट गया
और जाकर रूका वहाँ
सब कुछ जहाँ थम गया।
अकेले ही अकेले हूँ
ना साथ कोई है मेरे॥
वाह ! वाह !!
Dhanyavad