झूठी हंसी
जब झूठी हंसी
हंसती हूं
तो दुनिया को
दिखाती हूं
जब सच में
रोती हूं
तो अपनो से भी
छुपाती हूं !!!
****भावना सिन्हा ****
जब झूठी हंसी
हंसती हूं
तो दुनिया को
दिखाती हूं
जब सच में
रोती हूं
तो अपनो से भी
छुपाती हूं !!!
****भावना सिन्हा ****
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बढ़िया। “कुछ लोग जमाने में ऐसे भी होते हैं। जो महफ़िल में हँसते हैं तन्हाई में रोते हैं।”
ati uttam ..
कुछ लफ़्ज़ों में बहुत कुछ कह दिया.