कविता

नेता जी

नेता जी !
देश का दिल आज भी है गरीब
दूर दराज से आते यहाँ हैं गरीब
गरीब-गरीब करके बन गये
तुम अमीर
कर देना अब गरीब जनता का भला
बिजली-पानी, रोजी-रोटी मुफ्त में देंगे
नेता जी आपने जो यह चाल चला
बनकर फकीर
शायद
तुम्हारे वादे पूरे करने के बाद ही जागे
प्रतीक्षा है
मेहनत और स्वाभिमान का बिगुल बन बाजे…….

संगीता कुमारी

पिता का नाम---------------श्री अरुण कुमार माथुर माता का नाम--------------श्रीमती मनोरमा माथुर जन्मतिथी------------------- २३ दिसम्बर शिक्षा सम्बंधी योग्यता-----दसवीं (सी.बी.एस.ई) दिल्ली बारहवीं (सी.बी.एस.ई) दिल्ली बी.ए, दिल्ली विश्वविद्धालय एम.ए (अंग्रेजी), आगरा विश्वविद्धालय बी.एड, आगरा विश्वविद्धालय एम.ए (शिक्षा) चौधरी चरणसिंह विश्वविद्धालय रुचि--------------------------पढना, लिखना, खाना बनाना, संगीत सुनना व नृत्य भाषा ज्ञान-------------------हिंदी, अंग्रेजी काव्य संग्रह--- ह्रदय के झरोखे (यश पब्लिकेशन दिल्ली, शाहादरा) कहानी संग्रह--- अंतराल (हिंदी साहित्य निकेतन, बिजनौर उत्तर प्रदेश) काव्य संग्रह संगीता की कवितायें (विंध्य न्यूज नेट्वर्क) पता--- सी-72/4 नरोरा एटॉमिक पावर स्टेशन, टाउन शिप, नरोरा, बुलंदशहर उत्तर प्रदेश, पिन—203389 मोबाईल नम्बर—08954590566 E.mail: [email protected] [email protected] www.sangeetasunshine.webs.com

2 thoughts on “नेता जी

  • विजय कुमार सिंघल

    बढ़िया !

  • गुरमेल सिंह भमरा लंदन

    यह तो समय ही बतायेगा लेकिन जो जनता कन्धों पर बिठा सकती है वोह नीचे भी पटक सकती है.

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