नेता जी
नेता जी !
देश का दिल आज भी है गरीब
दूर दराज से आते यहाँ हैं गरीब
गरीब-गरीब करके बन गये
तुम अमीर
कर देना अब गरीब जनता का भला
बिजली-पानी, रोजी-रोटी मुफ्त में देंगे
नेता जी आपने जो यह चाल चला
बनकर फकीर
शायद
तुम्हारे वादे पूरे करने के बाद ही जागे
प्रतीक्षा है
मेहनत और स्वाभिमान का बिगुल बन बाजे…….
बढ़िया !
यह तो समय ही बतायेगा लेकिन जो जनता कन्धों पर बिठा सकती है वोह नीचे भी पटक सकती है.